जानें जमीन का पट्टा क्या है पूरी जानकारी

जमीन  भूमि पट्टा की जानकारी, अधिनियम | सरकारी जमीन का पट्टानमस्कार दोस्तों आज हम आपको अपनी इस पोस्ट के माध्यम से जमीन का पट्टा क्या है ? , पट्टा किसे और कैसे मिलता है ? के बारे में बताने जा रहे हैं। दोस्तों आप सभी जानते हैं देश के भूमिहीन और खेतिहर मजदूर वर्ग के परिवार के लोगों को विभिन्न प्रकार के पट्टे सरकार द्वारा दिए जाते हैं। जिससे गरीब लोगों की आर्थिक स्थिति में सुधार आ सके। आप सभी लोगों ने कहीं ना कहीं पट्टे के बारे में जरूर सुना होगा लेकिन ज्यादातर लोगों को इसके बारे में नहीं पता है। इसलिए आज हम आपको अपनी पोस्ट के माध्यम से पटना से संबंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारी बताने जा रहे हैं। अतः आपसे निवेदन है कि आप हमारी इस पोस्ट को अंत तक ध्यानपूर्वक पढ़ें।

जमीन का पट्टा क्या है

आपको बता दें कि जमीन का पट्टा अलग-अलग प्रकार का होता है। जैसे कृषि आवंटन , मत्स्य पालन हेतु तालाब का पट्टा , आवास स्थल आवंटन , वृक्षारोपण हेतु भी सरकार द्वारा भूमि आवंटित की जाती है। सरकार द्वारा यह एक निर्धारित तय सीमा के अनुसार ही दिया जाता है। जैसे ही व्यक्ति को पता प्राप्त होता है , इसके बाद व्यक्ति उस जमीन का उपयोग अपने उद्देश्य के अनुसार कर सकता है। जैसे तालाब के पट्टे पर मत्स्य पालन कर सकता है , आवासीय पट्टा पर आवास बना सकता है इत्यादि। यदि आप भी पट्टे से संबंधित विस्तृत जानकारी जानना चाहते हैं, तो आप कृपया करके नीचे दिए गए लिंक को ध्यानपूर्वक पढ़ें। हम आपको सरल भाषा में जमीन के पट्टे से संबंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारी , नियम आदि बताने जा रहे हैं।

जमीन का पट्टा क्या है ? , पट्टा किसे और कैसे मिलता है ?

भूमि या जमीन का पट्टा

जमीन या फिर भूमि के पट्टे को समझने के लिए हमें सबसे पहले जमीन के बारे में जानना अति आवश्यक है। भूमि के पट्टे के लिए दो प्रकार की जमीन पट्टे के रूम में दी जाती है।असंक्रमयी भूमि या फिर सरकारी जमीन को एक निश्चित समय एवं उद्देश्य के लिए राज्य के भूमिहीन गरीब खेतिहर मजदूरों को दी जाती है। आपको बता दें कि जमीन दो प्रकार की होती है। जिसकी जानकारी नीचे दी गई है

  • संक्रमयी भूमि
  • असंक्रमयी भूमि

संक्रमयी भूमि – आपको बता दे कि यह जमीन किसी व्यक्ति के नाम पर होती है। इस प्रकार की जमीन पर व्यक्ति तथा व्यक्ति के पूरे परिवार का अधिकार होता है। इस जमीन पर व्यक्ति तथा व्यक्ति का परिवार कोई भी खेती कर सकता है , भूमि पर घर बनवा सकता है तथा इसके साथ ही वह व्यक्ति तथा व्यक्ति का परिवार अपनी जमीन को भी बेच सकता है।

असंक्रमयी भूमि – इस प्रकार की जमीन किसी भी व्यक्ति तथा व्यक्ति विशेष के परिवार के नाम पर नहीं होती है। इस प्रकार की जमीन को सरकारी जमीन कहते हैं। यदि व्यक्ति इस प्रकार की जमीन प्राप्त करना चाहता है ,तो उसके लिए उसे सबसे पहले पट्टा बनवाना पड़ेगा। व्यक्ति को पट्टा बनवाने के लिए कोई पैसा नहीं देना पड़ेगा। सरकार द्वारा यह जमीन एक निश्चित अवधि के लिए दी जाती है। इस प्रकार की जमीन पर आप कुछ भी कर सकते हैं लेकिन आप इस जमीन को बेच नहीं सकते हैं। व्यक्ति द्वारा जिस उद्देश्य से इस जमीन के लिए पट्टा लिया गया है , केवल वही कार्य इस जमीन पर संपन्न किया जाएगा। जैसे – यदि व्यक्ति कृषि करने के लिए पट्टा लेता है तो वह सिर्फ इस जमीन पर खेती कर सकता है।

सरकार द्वारा जमीन का पट्टा कैसे मिलता है ?

यदि आप भी गरीब हैं या फिर आपके पास कोई भूमि नहीं है तब आप सरकार द्वारा पट्टा प्राप्त कर सकते हैं। पट्टा देने के लिए राज्य सरकार द्वारा अलग-अलग मापदंड तैयार किए गए हैं। यह मापदंड अलग अलग राज्य के लिए अलग अलग हैं। यदि किसी व्यक्ति जमीन का पट्टा प्राप्त करना चाहता है , तो इसके लिए वह है किसी भी वर्ग जैसे एससी , एसटी, ओबीसी अथवा सामान्य वर्ग का होना जरूरी नहीं है। राज्य सरकार द्वारा किसी भी गरीब परिवार के वर्ग के लोगों को यहां भूमिहीन परिवार के लोगों को आवासीय पट्टा सरकार के तय नियम अनुसार दिया जाएगा।

सरकार द्वारा बनाए गए नियम के तहत जमीन का पट्टा कैसे मिलता है  ?

यदि आप भी जमीन का आवासीय पट्टा या फिर खेती करने के लिए सरकारी जमीन का पट्टा प्राप्त करना चाहते हैं तो इसके लिए आपको इस जमीन के लिए पात्र होना जरूरी है। तभी आप जमीन का पट्टा प्राप्त करें सकते हैं। आपको पात्र होने के लिए आपके पास ग्राम पंचायत का प्रमाण पत्र होना जरूरी है। यदि व्यक्ति द्वारा ग्राम सभा में अनुमोदित प्रमाण पत्र जमा करने के बाद आप के पात्र होने की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। पट्टा प्राप्त करने के लिए आपके भूमिहीन उन्हें से संबंधित सभी महत्वपूर्ण दस्तावेज भी संलग्न करने पड़ सकते हैं। सभी महत्वपूर्ण जानकारी जांच करने के बाद आपको पता दे दिया जाएगा।

 जमीन भूमि पट्टा अधिनियम क्या है ?

आपको बता दें कि देश के सभी राज्य जैसे मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, पंजाब, गुजरात, हरियाणा आदि में नियम अनुसार पट्टा दिया जाता है। य दि आप भी पट्टा प्राप्त करना चाहते हैं, तो इसके लिए आपको पट्टा से संबंधित सरकार द्वारा बनाए गए सभी अधिनियम का पालन करना पड़ेगा। देश के नीति आयोग द्वारा पट्टा के लिए दिए गए प्रस्ताव के अनुसार भूमिहीन और खेतिहर मजदूर वर्ग के लोगों को जमीन का पट्टा देकर खेती को पुनर्जीवित कर कृषि उत्पादकता को बढ़ाने में मदद करना है। राज्य के जिन किसानों ने जमीन के लिए पट्टा ले लिया है और यदि उनकी फसलक्षतिग्रस्त हो गई है , तो इसके लिए पट्टा अधिनियम के तहत मुआवजे का लाभ भी ले सकते हैं।

  • सरकार द्वारा बनाए गए पट्टा अधिनियम के अनुसार भूमि मालिकों को बिना किसी डर के किराएदार किसानों को भूमि के पट्टे देने की इजाजत है।यह अधिकार राज्य सरकार द्वारा बनाए गए नियम के तहत दिया गया है।
  • महाराष्ट्र, गुजरात, हरियाणा और पंजाब जैसे राज्यों में किराएदार की जमीन की अवधि समाप्त होने पर किराएदार मालिक से जमीन खरीद सकता है। यह अधिकार सरकार द्वारा बनाए गए नियम के तहत दिया गया है।

निष्कर्ष

तो दोस्तों, हमने आपको अपनी इस पोस्ट के माध्यम से जमीन का पट्टा क्या है , जमीन का पट्टा कैसे मिलता है और जमीन का पट्टा किसे मिलता है , तथा इसके सभी अधिनियम के बारे में बता दिया है। यदि आपको अभी भी किसी प्रकार की समस्या का सामना करना पड़ रहा है। तो आप कृपया करके नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में अपनी समस्या लिखकर पूछ सकते हैं। हम आपकी हर प्रकार की सहायता करने के लिए हमेशा उपलब्ध रहेंगे। धन्यवाद

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